रमज़ान मुबारक महीना, बरकतों की सौगात, आईपीएस की मुबारकबाद
नई दिल्ली। इस्लाम धर्म में रमज़ान का महीना इबादत, रहमत और बरकत से भरा होता है। इस पाक महीने की शुरुआत होते ही दुनिया भर के मुस्लिम समुदाय के लोग रोज़ा रखते हैं, इबादत करते हैं और अल्लाह से अपने गुनाहों की माफी मांगते हैं। इस मौके पर आईपीएस जितेंद्र मणि ने अपने संदेश में सभी को रमज़ान की मुबारकबाद दी है और इस पवित्र महीने की अहमियत को खूबसूरत अल्फाज़ में बयां किया है।
रमज़ान की पाकीजगी और इबादत की रोशनी
रमज़ान के महीने में अल्लाह की रहमत अपने बंदों पर खूब बरसती है। इस दौरान मुसलमान रोज़ा रखते हैं, कुरआन की तिलावत करते हैं और पांच वक्त की नमाज अदा करते हैं। इसे नेकियों और अल्लाह की इबादत का महीना कहा जाता है। जितेंद्र मणि ने अपने संदेश में कहा:
"अल्लाह पाक बंदों को कुरआन मुबारक, पाकीजगी मुसलसल ए ईमान मुबारक। दिल जां में रहे बस अली की शान मुबारक, कलमा नमाज में खुदा पैगाम मुबारक। पांचों वक्त नमाज की अजान मुबारक, ऐ बंदा खुदा तुझको ये रमजान मुबारक। हर लफ्ज में पैग़ंबर ए बखान मुबारक।"
रमज़ान: संयम और दुआओं का महीना
रमज़ान का महत्व सिर्फ भूख-प्यास सहने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह आत्मशुद्धि, सब्र और जरूरतमंदों की मदद करने का अवसर भी है। यह महीना लोगों को संयम रखने, सच्चाई के रास्ते पर चलने और अल्लाह के करीब आने की सीख देता है। इस दौरान गरीबों को जकात देना और जरूरतमंदों की मदद करना इस्लाम की बड़ी शिक्षाओं में शामिल है।
रमज़ान की मुबारकबाद और नेक दुआएं
रमज़ान के इस पाक महीने की बधाई देते हुए जितेंद्र मणि ने कहा, "अल्ला ताला आपको उम्र दराज करे, आपकी तमाम दुआएं कबूल करे और आपका इकबाल बुलंद हो, आमीन।"
उनका यह संदेश समाज में आपसी भाईचारे, प्रेम और शांति को बढ़ावा देने वाला है। रमज़ान सिर्फ इबादत का ही नहीं, बल्कि समाज में एकता और सद्भावना को मजबूत करने का भी महीना है। अल्लाह हम सभी को इस पाक महीने की बरकतें नसीब करे और हमारी दुआओं को कबूल करे।
- रिपोर्टिंग टीम
- सियासत का राज़ न्यूज & (SKR NEWS)