रमज़ान और होली की मुबारकबाद: सियासत का राज़ अखबार की तरफ से एकता और भाईचारे का संदेश
नई दिल्ली: सियासत का राज़ अखबार के चीफ एडिटर राशिद चौधरी और पूरी संपादकीय टीम की ओर से पूरे भारतवासियों को रमज़ान और होली की दिली मुबारकबाद! यह संयोग ही है कि इस बार भारत की दो महान परंपराएं, रमज़ान और होली, एक ही समय पर मनाई जा रही हैं, जो देश की गंगा-जमुनी तहज़ीब और भाईचारे का सबसे बड़ा प्रमाण है।
रमज़ान: इबादत, सब्र और इंसानियत का महीना
रमज़ान का पवित्र महीना मुस्लिम समुदाय के लिए संयम, इबादत और दान का प्रतीक होता है। इस महीने में लोग रोज़ा (उपवास) रखते हैं, कुरान की तिलावत करते हैं और अल्लाह से अपने गुनाहों की माफी मांगते हैं। रमज़ान न सिर्फ खुद को बेहतर इंसान बनाने की प्रेरणा देता है, बल्कि जरूरतमंदों की मदद करने और समाज में समानता की भावना को बढ़ाने का संदेश भी देता है। इफ्तार के समय गरीबों और अमीरों के बीच कोई फर्क नहीं रह जाता—सब एक साथ बैठकर रोज़ा खोलते हैं, जो सामाजिक समरसता और भाईचारे को मजबूत करता है।
होली: रंगों का त्योहार और प्रेम का संदेश
दूसरी ओर, होली भारतीय संस्कृति का सबसे रंगीन पर्व है, जो प्रेम, उमंग और सौहार्द का संदेश देता है। रंगों से सराबोर यह त्योहार जाति, धर्म और ऊंच-नीच के भेदभाव को मिटाकर सभी को एक समान मानने की सीख देता है। भारत के कोने-कोने में लोग गुलाल उड़ाते हैं, गले मिलते हैं और मिठाइयों का आदान-प्रदान करते हैं। होली का यह संदेश बहुत गहरा है—हम सभी को अपने अंदर की कटुता, नफरत और ईर्ष्या को मिटाकर प्यार और अपनापन बढ़ाना चाहिए।
भारत: विविधता में एकता का प्रतीक
भारत हमेशा से ही विविधता में एकता की मिसाल रहा है। चाहे वह दिल्ली की जामा मस्जिद के पास की गलियों में इफ्तार की रौनक हो या बरसाने और मथुरा की गलियों में गुलाल की बौछार, हर जगह त्योहारों का रंग बिखरा हुआ है। आज भी कई जगहों पर हिंदू-मुस्लिम परिवार साथ बैठकर इफ्तार करते हैं और एक-दूसरे को होली की बधाइयां देते हैं। यही भारत की सबसे बड़ी खूबसूरती है।
सियासत का राज़ अखबार की अपील
सियासत का राज़ अखबार हमेशा से ही एकता, शांति और सद्भाव के संदेश को प्राथमिकता देता आया है। चीफ एडिटर राशिद चौधरी और उनकी टीम का मानना है कि धार्मिक विविधता ही भारत की सबसे बड़ी ताकत है। इस पावन मौके पर हमारी आप सभी से अपील है कि मिल-जुलकर त्योहारों को मनाएं, नफरत को दूर करें और एक नए भारत की ओर कदम बढ़ाएं।
तो आइए, इस बार रमज़ान और होली को सिर्फ एक त्योहार की तरह नहीं, बल्कि एक संदेश की तरह लें—भाईचारे, प्रेम और इंसानियत का संदेश।
एक बार फिर, सियासत का राज़ अखबार की तरफ से आप सभी को रमज़ान और होली की हार्दिक शुभकामनाएं!