दिल्ली में 'फर्जी पुलिस' का पर्दाफाश! हनी ट्रैप रैकेट का सनसनीखेज खुलासा, तीन गिरफ्तार
संवाददाता: (एस के आर न्यूज)
नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में हनी ट्रैप और जबरन वसूली के गोरखधंधे का भंडाफोड़ करते हुए पुलिस ने एक खौफनाक रैकेट का पर्दाफाश किया है। खुद को पुलिस अधिकारी बताकर निर्दोष लोगों से पैसे ऐंठने वाले इस गिरोह का भंडाफोड़ स्पेशल स्टाफ, रोहिणी ने किया। इस सनसनीखेज ऑपरेशन में रैकेट के तीन सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने इनके पास से दिल्ली पुलिस की एक पूरी वर्दी, एक अतिरिक्त शर्ट, फर्जी आईडी कार्ड, दो स्कूटी और तीन मोबाइल फोन बरामद किए हैं।
कैसे हुआ खुलासा?
स्पेशल स्टाफ, रोहिणी को 26 फरवरी 2025 को गुप्त सूचना मिली थी कि एक संगठित गिरोह हनी ट्रैप ऑपरेशन के जरिए लोगों को ठगने में सक्रिय है। इस सूचना पर तेजी से कार्रवाई करते हुए इंस्पेक्टर अमित दहिया के नेतृत्व में एसआई सुशील, एएसआई रूपेश, सुरेश, रविंदर, एचसी राकेश, डब्ल्यू/एचसी अनीता और सीटी विक्की की एक विशेष टीम बनाई गई। टीम ने एसीपी ऑपरेशंस, श्री ईश्वर सिंह की देखरेख में विजय विहार इलाके के श्मशान घाट रोड के पास जाल बिछाया।
ऐसे दबोचे गए नकली पुलिस अधिकारी!
पुलिस टीम ने दिल्ली जल बोर्ड कार्यालय के पास दो स्कूटी को रोका – एक ग्रे और एक सफेद। ग्रे स्कूटी चला रहे आरोपी ने दिल्ली पुलिस की सब-इंस्पेक्टर की वर्दी पहन रखी थी, जबकि सफेद स्कूटी पर सवार दूसरा संदिग्ध एक अतिरिक्त वर्दी शर्ट वाला बैग ले जा रहा था। पूछताछ करने पर आरोपियों ने खुद को पुलिस अधिकारी बताया और यहां तक कि फर्जी आईडी कार्ड भी दिखाए। लेकिन जब पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की, तो उनके झूठ की पोल खुल गई।
कैसे करता था रैकेट ठगी?
गिरोह के सदस्य खुद को पुलिस अधिकारी बताकर भोले-भाले लोगों को फंसाते थे। वे छापेमारी के नाम पर लोगों को डराते और उन्हें झूठे केस में फंसाने की धमकी देकर पैसे ऐंठते थे। पूछताछ में खुलासा हुआ कि मुख्य आरोपी नीरज पहले भी इसी तरह की ठगी और जबरन वसूली के मामलों में शामिल रहा है।
कौन हैं ये आरोपी?
1. नीरज (36 साल) – फ्रेंड्स कॉलोनी, बहादुरगढ़, हरियाणा का निवासी। पहले भी तीन मामलों में शामिल।
2. आशीष (35 साल) – जौहरी नगर, बहादुरगढ़, हरियाणा का निवासी।
3. योगेश उर्फ ढिलू (40 साल) – वत्स कॉलोनी, बहादुरगढ़, हरियाणा का निवासी।
कई राज्यों में फैला है आपराधिक इतिहास
गिरफ्तार आरोपी पहले भी कई अपराधों में शामिल रह चुके हैं।
नीरज पर हरियाणा और दिल्ली में कई गंभीर मामले दर्ज हैं:
एफआईआर नंबर 216/19, आर्म्स एक्ट, थाना लाइन पार बहादुरगढ़, हरियाणा
एफआईआर नंबर 354/16, आर्म्स एक्ट, थाना सिविल लाइन, सोनीपत, हरियाणा
एफआईआर नंबर 1186/21, आईपीसी की धारा 382/384/389/170/171/120बी/34, थाना पश्चिम विहार, दिल्ली
बरामदगी
एक फर्जी दिल्ली पुलिस सब-इंस्पेक्टर आईडी कार्ड
एक दिल्ली पुलिस सब-इंस्पेक्टर की वर्दी और एक अतिरिक्त शर्ट
अपराध में इस्तेमाल की गई दो स्कूटी
तीन मोबाइल फोन
अब आगे क्या?
गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ थाना विजय विहार में एफआईआर संख्या 112/25 के तहत धारा 204/205/336/338/339/340 बीएनएस के तहत मामला दर्ज किया गया है। पुलिस अब गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश कर रही है, खासकर उन महिलाओं की, जो हनी ट्रैप में अहम भूमिका निभाती थीं।
दिल्लीवालों के लिए चेतावनी!
अगर कोई व्यक्ति खुद को पुलिस अधिकारी बताकर आपसे पैसे मांगता है या आपको धमकाता है, तो तुरंत पुलिस हेल्पलाइन 112 पर कॉल करें। इस तरह के ठगों से बचें और सतर्क रहें!