दिल्ली की नई मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता: जानिए उनका सफर
ब्यूरो(एस के आर न्यूज)
दिल्ली को उसकी नई मुख्यमंत्री मिल गई है—रेखा गुप्ता। भारतीय जनता पार्टी (BJP) की वरिष्ठ नेता और हिंदूवादी छवि रखने वाली रेखा गुप्ता ने शालीमार बाग से पहली बार विधायक चुने जाने के बाद मुख्यमंत्री पद संभाला है। उनका राजनीतिक सफर संघर्षों और उपलब्धियों से भरा रहा है।
राजनीति में शुरुआती कदमरेखा गुप्ता का राजनीति से नाता 1992 में अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) से जुड़ने के साथ शुरू हुआ। इसके बाद:
- 1994: दौलतराम कॉलेज में सचिव बनीं।
- 1995: दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (DUSU) की सचिव चुनी गईं।
- 1996: DUSU की अध्यक्ष बनीं।
भारतीय जनता युवा मोर्चा (BJYM) और MCD में भूमिका
छात्र राजनीति के बाद रेखा गुप्ता भाजपा की युवा इकाई से जुड़ीं:
- 2003: BJYM दिल्ली की सचिव बनीं।
- 2004: BJYM की राष्ट्रीय सचिव बनीं।
- 2007: नगर निगम चुनाव जीता और MCD पार्षद बनीं।
- 2007: महिला कल्याण एवं बाल विकास समिति की अध्यक्ष बनीं।
- 2009: दिल्ली BJP महिला मोर्चा की महासचिव बनीं।
- 2010: भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में शामिल हुईं।
- 2012: दोबारा MCD पार्षद बनीं।
विधानसभा चुनाव और मुख्यमंत्री पद तक का सफर
रेखा गुप्ता ने 2015 और 2020 में शालीमार बाग से विधानसभा चुनाव लड़ा लेकिन हार गईं।
- 2022: फिर से MCD पार्षद बनीं।
- 2023: दिल्ली मेयर का चुनाव हारीं।
- 2025: शालीमार बाग से पहली बार विधायक बनीं और मुख्यमंत्री पद तक पहुंचीं।
BJP में अहम भूमिका
रेखा गुप्ता दिल्ली भाजपा की महासचिव होने के साथ-साथ OBC मोर्चा की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी रही हैं। उनकी मजबूत संगठनात्मक पकड़ और हिंदूवादी छवि ने उन्हें मुख्यमंत्री पद तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई।
दिल्ली में BJP सरकार के लिए यह एक ऐतिहासिक पल है, और अब सबकी नजरें इस पर रहेंगी कि रेखा गुप्ता अपने कार्यकाल में राजधानी को किस दिशा में ले जाती हैं।