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दिल्ली क्राइम ब्रांच की बड़ी सफलता: 8 साल से फरार कुख्यात अपराधी गिरफ्तार

दिल्ली क्राइम ब्रांच की बड़ी सफलता: 8 साल से फरार कुख्यात अपराधी गिरफ्तार

संवाददाता:(एस के आर)
नई दिल्ली, 11 फरवरी 2025 – दिल्ली की क्राइम ब्रांच ने 8 साल से फरार कुख्यात अपराधी और घोषित अपराधी सचिन चौधरी को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी ने वर्ष 2014 में जैतपुर थाना क्षेत्र में एक ही परिवार के तीन सदस्यों की हत्या कर दी थी। अपराध के बाद वह जमानत पर रिहा हुआ, लेकिन कोर्ट में सरेंडर करने के बजाय फरार हो गया। इसके बाद से वह बार-बार अपना नाम और ठिकाने बदलकर पुलिस से बचता रहा, लेकिन आखिरकार दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम ने उसे फरीदाबाद से धर दबोचा।

हत्या का मामला: पार्किंग विवाद बना मौत का कारण

16 फरवरी 2014 की रात 9:40 बजे, जैतपुर थाना पुलिस को गोलीबारी की सूचना मिली। जब पुलिस मौके पर पहुँची तो पाया कि सचिन चौधरी ने अमित कुमार और उसके माता-पिता को घर के सामने गोली मारकर हत्या कर दी थी। यही नहीं, उसने अमित के भाई और पत्नी को भी मारने की कोशिश की, लेकिन वे बच गए। इस वारदात के बाद पुलिस ने एफआईआर संख्या 85/14 के तहत आईपीसी की धारा 302 (हत्या), 307 (हत्या का प्रयास) और 34 (साझा आपराधिक इरादा) में मामला दर्ज किया।

सचिन को कुछ दिनों बाद गिरफ्तार कर लिया गया और न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। वर्ष 2017 में उसे 15 दिन की अंतरिम जमानत मिली, लेकिन इसके बाद वह फरार हो गया और कोर्ट में सरेंडर नहीं किया। इस वजह से साकेत कोर्ट ने 3 फरवरी 2018 को उसे घोषित अपराधी (Proclaimed Offender – PO) करार दे दिया।

8 साल तक फरारी, बार-बार बदला नाम और ठिकाना

जमानत के बाद फरार होने के बाद सचिन ने दिल्ली और हरियाणा में लगातार अपने पते और पहचान को बदला। उसने पलवल (हरियाणा) में 6 साल तक एक प्रॉपर्टी डीलर के साथ काम किया, फिर दिल्ली और हरियाणा के अन्य इलाकों में अलग-अलग जगहों पर नौकरियाँ कीं। गिरफ्तारी से बचने के लिए वह कभी प्रॉपर्टी डीलर, कभी निजी कर्मचारी और कभी ड्राइवर बनकर छिपता रहा।

गुप्त सूचना से खुला फरारी का राज

दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम को एसआई संजय राणा के नेतृत्व में एक गुप्त सूचना मिली कि सचिन चौधरी फरीदाबाद के सेक्टर-77 में रह रहा है और सेक्टर-17 में काम कर रहा है। इसके बाद इंस्पेक्टर पुखराज के नेतृत्व में एक विशेष टीम बनाई गई, जिसमें एसआई संजय राणा, एसआई सीताराम, एसआई खुशबू, एएसआई पवन परमार, एचसी पवन, एचसी मुकेश, एचसी नरेंद्र, एचसी परवीन, एचसी सत्यव्रत, एचसी विकेश, एचसी सचिन और सीटी मनोज शामिल थे।

10 फरवरी 2025 को पुलिस टीम ने फरीदाबाद में जाल बिछाया और सचिन चौधरी को सेक्टर-17 से गिरफ्तार कर लिया।

पूछताछ में कबूला गुनाह

गिरफ्तारी के बाद पूछताछ में सचिन ने अपने फरार होने की पूरी कहानी बताई। उसने कबूल किया कि जमानत के टीवी डीलर के पास काम करता था, फिर दिल्ली-हरियाणा में ड्राइवर और अन्य नौकरियों में काम करके अपनी पहचान छुपाने लगा।

सचिन चौधरी का आपराधिक रिकॉर्ड

सचिन चौधरी सिर्फ इस हत्याकांड में ही नहीं, बल्कि अन्य मामलों में भी घोषित अपराधी था। उस पर विभिन्न थानों में कई केस दर्ज हैं:

1. एफआईआर संख्या 324/08 – धारा 32/73/68 आबकारी अधिनियम (थाना-फरीदाबाद सेंट्रल)

2. एफआईआर संख्या 55/08 – धारा 411/34 आईपीसी

3. एफआईआर संख्या 185/12 – धारा 323/341/506/34 आईपीसी (थाना बदरपुर)

4. एफआईआर संख्या 396/13 – धारा 452/323/34 आईपीसी (थाना जैतपुर)

5. एफआईआर संख्या 85/14 – धारा 302/307/34 आईपीसी (थाना जैतपुर)

क्राइम ब्रांच की बड़ी सफलता

दिल्ली पुलिस के उपायुक्त (डीसीपी) आदित्य गौतम ने कहा कि यह गिरफ्तारी क्राइम ब्रांच की एक बड़ी उपलब्धि है। एनआर-1 क्राइम ब्रांच की समर्पित टीम ने पूरी मेहनत और सूझबूझ से इस अपराधी को पकड़ने में सफलता हासिल की।

आरोपी को अब कोर्ट में पेश किया जाएगा और आगे की कानूनी कार्यवाही की जाएगी। पुलिस अब उसके सहयोगियों और फरारी के दौरान मदद करने वालों की भी जांच कर रही है।

(रिपोर्ट:राशिद चौधरी
(SKR NEWS)
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