जहांगीरपुरी हत्याकांड में बड़ा खुलासा! भोला गैंग का वांछित अपराधी रितिक उर्फ बाबू गिरफ्तार
संवाददाता:(एस के आर न्यूज)
दिल्ली क्राइम ब्रांच (एनआर-1) ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए कुख्यात अपराधी और भोला गैंग के सहयोगी रितिक उर्फ बाबू उर्फ सफीक को गिरफ्तार कर लिया है। यह गिरफ्तारी जहांगीरपुरी में हुई सनसनीखेज हत्या के मामले में हुई है।
मुख्य बिंदु:
रितिक पिछले 21 दिनों से गिरफ्तारी से बच रहा था।
वह जहांगीरपुरी थाने में हत्या के प्रयास के मामले में घोषित अपराधी है।
रितिक पर महेंद्र पार्क थाने में भी हत्या के प्रयास का एक और मामला दर्ज है।
हत्या की पूरी कहानी:
26 दिसंबर, 2024 को जहांगीरपुरी के जी-ब्लॉक में उमेश उर्फ पोता नामक युवक की चाकू मारकर हत्या कर दी गई थी। उमेश की हत्या के मामले में रितिक उर्फ बाबू, सूरज उर्फ चिकना और एक सीसीएल (नाबालिग) का नाम सामने आया। घटना के प्रत्यक्षदर्शियों और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने कार्रवाई शुरू की।
टीम की मेहनत रंग लाई:
मामले की गंभीरता को देखते हुए संदिग्धों को पकड़ने के लिए कई टीमें बनाई गई ऐसी ही एक टीम इंस्पेक्टर पुखराज सिंह के नेतृत्व में बनाई गई एसआई निरंजन सिंह और एचसी पवन कुमार की टीम ने 21 दिनों तक निरंतर खुफिया जानकारी इकट्ठा कर रितिक की तलाश जारी रखी। 17 जनवरी 2025 को शाह आलम बंद मार्ग, जी-ब्लॉक, जहांगीरपुरी के पास रितिक को गिरफ्तार किया गया।
आरोपी की कबूलनामा:
पूछताछ में रितिक ने उमेश उर्फ पोता की हत्या में अपनी संलिप्तता स्वीकार की। उसने बताया कि विवाद के बाद उसने अपने साथियों के साथ मिलकर उमेश पर चाकू से हमला किया।
आरोपी का आपराधिक इतिहास:
रितिक उर्फ बाबू पहले से कई आपराधिक मामलों में वांछित था:
1. एफआईआर संख्या 495/2018: हत्या के प्रयास, महेंद्र पार्क।
2. एफआईआर संख्या 51/2019: लूट का मामला, वजीराबाद।
3. एफआईआर संख्या 929/2024: जहांगीरपुरी हत्या केस।
डीसीपी का बयान:
सतीश कुमार, उप-आयुक्त, क्राइम ब्रांच ने कहा, "यह गिरफ्तारी हमारी टीम की प्रतिबद्धता और अपराधियों को न्याय के कटघरे में लाने के प्रयास का प्रमाण है। रितिक जैसे अपराधियों पर नकेल कसना दिल्ली पुलिस की प्राथमिकता है।"
नतीजा:
इस गिरफ्तारी से जहांगीरपुरी हत्याकांड के साथ-साथ अन्य लंबित मामलों की जांच में तेजी आने की उम्मीद है।