कुख्यात अपराधी अर्जुन उर्फ गोपू गिरफ्तार
संवाददाता: (एस के आर न्यूज़)
नई दिल्लू: दिल्ली की क्राइम ब्रांच टीम ने 225 से अधिक संगीन मामलों में वांछित कुख्यात अपराधी अर्जुन उर्फ गोपू को गिरफ्तार कर एक बड़ी सफलता हासिल की है। 38 वर्षीय यह अपराधी लंबे समय से फरार था और माननीय सत्र न्यायालय द्वारका द्वारा घोषित अपराधी (प्रोक्लेम्ड ऑफेंडर) था।
क्या है मामला?
अर्जुन उर्फ गोपू पर हत्या, लूट, हथियारों का अवैध प्रयोग, डकैती और अन्य गंभीर अपराधों के 225 से अधिक मामले दर्ज हैं। इसके अलावा, वह आठ अन्य जघन्य मामलों में भी वांछित था, जिनमें गैर-जमानती वारंट जारी किए गए थे।
2021 में अर्जुन ने अपने साथी अजय उर्फ गेंदा के साथ बिंदापुर इलाके में एक महिला से सोने की चेन लूटी थी। इस मामले में गिरफ्तार होने के बावजूद वह बाद में फरार हो गया और लगातार अपना नाम और ठिकाना बदलकर पुलिस को चकमा देता रहा।
कैसे हुई गिरफ्तारी?
इंस्पेक्टर पुखराज और उनकी टीम, जिसमें एसआई निरंजन सिंह और एचसी पवन कुमार शामिल थे, ने महीनों की मेहनत और तकनीकी निगरानी के बाद अर्जुन को 28 नवंबर 2024 को मंगोलपुरी इलाके से दबोच लिया। पुलिस सूत्रों के अनुसार, अर्जुन अपने ठिकाने को बार-बार बदलता था, जिससे उसे पकड़ना बेहद चुनौतीपूर्ण था।
अपराधी का बैकग्राउंड
अर्जुन उर्फ गोपू आदर्श नगर थाना का सक्रिय बीसी (बैड कैरेक्टर) है। उसने 7वीं कक्षा तक पढ़ाई की है और कम उम्र में ही अपराध की दुनिया में कदम रख दिया था। उसके खिलाफ पीएस विजय विहार में एक मामले में 7 साल की सजा और जुर्माना भी लग चुका है।
पुलिस की तारीफ
इस सफल ऑपरेशन का नेतृत्व इंस्पेक्टर पुखराज ने किया। उनकी टीम में एसीपी विवेक त्यागी के निर्देशन में एसआई निरंजन, डब्ल्यू/एसआई खुशबू, एएसआई पवन, एएसआई प्रेमवीर, एचसी सचिन और एचसी विकेश जैसे अनुभवी अधिकारी शामिल थे।
पुलिस का बयान
पुलिस उपायुक्त (अपराध-IV), सतीश कुमार ने कहा, "अर्जुन जैसे खतरनाक अपराधी की गिरफ्तारी पुलिस और समाज के लिए बड़ी उपलब्धि है। इससे दिल्ली में अपराध के ग्राफ को कम करने में मदद मिलेगी।"
यह गिरफ्तारी न केवल पुलिस के प्रयासों की मिसाल है, बल्कि यह भी साबित करती है कि कानून से बड़ा कोई नहीं।