दिल्ली की जनता को जलबोर्ड द्वारा मिल रहा है काला और गंदा पानी, सरकार के दावे खोखले साबित
रिपोर्ट:राशिद चौधरी
(एस के आर न्यूज)
दिल्ली की राजधानी में जल संकट अब गंभीर रूप ले चुका है। किराड़ी विधानसभा के हरि इंक्लेव फेस वन सेंटर में महीनों से पानी की आपूर्ति अनियमित और बेहद खराब हो चुकी है। जनता को घंटों तक गंदा और काला पानी मिल रहा है, जिसे पीने से लोग बीमारियों का शिकार हो रहे हैं।
शुरुआत में कभी-कभार गंदा पानी आना एक आम समस्या मानी जा सकती थी, लेकिन अब स्थिति यह हो गई है कि लगातार कई घंटे गंदा पानी आने से लोगों का धैर्य जवाब दे चुका है। स्थानीय लोग सरकार के वादों और दावों को झूठा मानने लगे हैं, क्योंकि स्थिति में सुधार के कोई संकेत नहीं दिख रहे हैं।
छेत्री नेताओं की निष्क्रियता पर सवाल
इस मामले में छेत्री नेताओं की निष्क्रियता और उदासीनता ने आग में घी का काम किया है। आप पार्टी के विधायक और निगम पार्षद तमाशबीन बने बैठे हैं, और जनता की आवाज़ को अनसुना कर रहे हैं। लोगों में आक्रोश बढ़ता जा रहा है क्योंकि उनकी शिकायतों पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।
छिपी साजिश या लापरवाही?
हैरानी की बात यह है कि जब कभी साफ पानी की सप्लाई चल रही होती है, उसी दौरान अचानक काला और गंदा पानी आना शुरू हो जाता है, जिससे सही पानी भी बेकार हो जाता है। लोग यह समझते हैं कि उन्होंने साफ पानी का स्टॉक किया है, लेकिन असल में वे गंदे पानी का सेवन कर रहे होते हैं, जो उनकी सेहत पर सीधा असर डाल रहा है।
यह समस्या केवल एक या दो दिन की नहीं है, बल्कि पिछले छह महीने से लगातार जारी है। क्या यह लापरवाही है या इसके पीछे कोई साजिश है, यह जांच का विषय है।
जलबोर्ड की मनमानी और जनता की परेशानी
जलबोर्ड के कर्मचारियों की मनमानी का आलम यह है कि पानी की सप्लाई का कोई फिक्स टाइम टेबल नहीं है। कर्मचारी, जेई, एई, और अन्य अधिकारी केवल नाम के लिए हैं, किसी पर कोई जिम्मेदारी नहीं डाली जा रही है। जनता को अपनी समस्याओं के समाधान के लिए राम भरोसे छोड़ दिया गया है।
दिल्ली की जनता अब जानना चाहती है कि आखिर कब तक इस जल संकट से उन्हें निजात मिलेगी? क्या कोई सुनवाई होगी या वे इसी गंदे पानी से अपनी सेहत को खतरे में डालते रहेंगे?