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दिल्ली क्राइम ब्रांच की बड़ी सफलता: 8 साल से फरार गैर इरादतन हत्या का आरोपी गिरफ्तार

दिल्ली क्राइम ब्रांच की बड़ी सफलता: 8 साल से फरार गैर इरादतन हत्या का आरोपी गिरफ्तार

ब्यूरो:(एस के आर न्यूज)
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए 8 साल से फरार गैर इरादतन हत्या के आरोपी धर्मेंद्र को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद न्यायालय द्वारा घोषित अपराधी को कानून के शिकंजे में लाया गया है।

8 साल की फरारी और लगातार पते बदलने का सिलसिला

धर्मेंद्र, जो कि दिल्ली के प्रसाद नगर में हुई एक गैर इरादतन हत्या के मामले में वांछित था, पिछले 8 सालों से पुलिस की गिरफ्त से बाहर था। उसने फरार रहने के दौरान बार-बार अपने ठिकाने और नौकरी बदलकर कानून से बचने की कोशिश की। आखिरकार, क्राइम ब्रांच की टीम ने उसे धर दबोचा।

घटना की पृष्ठभूमि

1 मार्च 2017 को, आरोपी धर्मेंद्र ने एक व्यक्ति राय सिंह से टेंपो मांगने के विवाद में उसका सिर ईंटों से कुचल दिया था। राय सिंह के मना करने पर धर्मेंद्र के भाई जगदीश और राकेश भी मौके पर आ गए और पीड़ित को बुरी तरह से पीटा। धर्मेंद्र ने राय सिंह के सिर पर कई बार ईंटों से हमला किया, जिससे उसकी मौत हो गई। घटना के बाद से धर्मेंद्र फरार हो गया और लगातार पते बदलकर गिरफ्तारी से बचता रहा।

पुलिस की सूझबूझ और टीम वर्क से मिली सफलता

इस मामले में क्राइम ब्रांच की टीम, इंस्पेक्टर पुखराज सिंह के नेतृत्व में, आरोपी को पकड़ने के लिए लगातार प्रयासरत थी। एसआई सीताराम, एचसी विकेश, सत्यव्रत, नरेंद्र, मुकेश और सचिन की टीम ने टेक्निकल एनालिसिस और इनफॉर्मर्स के जरिए आरोपी का पता लगाया। आरोपी धर्मेंद्र को आर्य समाज रोड, करोल बाग, दिल्ली में काम करते हुए पकड़ा गया।

अदालत ने घोषित किया था 'घोषित अपराधी'

साल 2018 में, तीस हजारी कोर्ट की माननीय न्यायाधीश शिल्पी जैन ने धर्मेंद्र को 'घोषित अपराधी' घोषित कर दिया था। इसके बावजूद धर्मेंद्र दिल्ली में छिपा रहा, जहां उसने अपनी पहचान और नौकरी बदल ली थी। पुलिस की लगातार मेहनत और तकनीकी विश्लेषण से उसे आखिरकार गिरफ्तार कर लिया गया।

आरोपी का प्रोफाइल

40 वर्षीय धर्मेंद्र एक अनपढ़ व्यक्ति है, जो दिल्ली के करोल बाग क्षेत्र में लोडिंग रिक्शा चालक के रूप में काम करता था। उसने घटना के बाद अपने पते को बदलते हुए नबी करीम में किराए के मकान में रहने का फैसला किया था, ताकि पुलिस की नजरों से बच सके।

गिरफ्तारी की तारीख

आरोपी धर्मेंद्र को 5 अक्टूबर 2024 को गिरफ्तार किया गया, जो कि उसकी फरारी के 8 साल बाद हुआ। पुलिस की यह सफलता एक लंबे समय तक चले अभियानों और कठोर मेहनत का परिणाम है।

क्राइम ब्रांच की इस कार्रवाई से एक बार फिर साबित हुआ है कि कानून से कोई बच नहीं सकता, चाहे वह कितनी भी देर तक फरार क्यों न हो।

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