किराड़ी में जलभराव में 2 नाबालिगों की डूबने से मौत, पुलिस और पब्लिक की उदासीनता पर उठे सवाल
नई दिल्ली, संवाददाता (एस के आर न्यूज): राजधानी दिल्ली के किराड़ी विधानसभा क्षेत्र के प्रेम नगर इलाके में रानी खेड़ा के जलभराव में नहाने गए 4 बच्चों में से 2 नाबालिगों की डूबने से मौत हो गई। मृतकों की पहचान दिव्यांश तोमर (17) और प्रियांश (17) के रूप में हुई है। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को सौंप दिया।
घटना का विवरण:
रानी खेड़ा बस डिपो के सामने बारिश के पानी से बने तालाब में चार बच्चे नहाने गए थे, जिनमें से दो सुरक्षित बाहर आ गए, लेकिन दिव्यांश और प्रियांश गहरे पानी में डूब गए। परिजनों का आरोप है कि हादसे के वक्त पुलिस और स्थानीय लोग मौके पर मौजूद थे, लेकिन किसी ने बच्चों को बचाने का प्रयास नहीं किया। इस लापरवाही के चलते दोनों नाबालिगों की जान चली गई।
परिजनों की मांग:
परिजनों ने हादसे के लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों को जिम्मेदार ठहराते हुए उनके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज करने और गिरफ्तारी की मांग की है। स्थानीय लोगों ने भी इस मामले में अधिकारियों की लापरवाही की आलोचना की और बच्चों की मौत के लिए उन्हें दोषी ठहराया।
नेताओं की प्रतिक्रिया:
दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने इस घटना को बेहद दुखद और प्रशासनिक नाकामी का परिणाम बताया। उन्होंने कहा कि जलभराव और खस्ताहाल सड़कों के कारण पहले भी कई मासूमों की जानें जा चुकी हैं, लेकिन इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। उन्होंने विधायक रितुराज पर भी आरोप लगाया कि उनके 10 साल के कार्यकाल में जलभराव की समस्या का समाधान नहीं हुआ, जिससे यह दुखद घटना घटी।
पुलिस की जांच:
पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जिस जमीन पर यह घटना हुई, वह डीएसआईआईडीसी के कब्जे में है, और संबंधित अधिकारियों से पूछताछ की जाएगी। स्थानीय लोगों ने विधायक की नाकामी और इलाके की जलभराव की समस्याओं पर चिंता जताई है।
यह घटना राजधानी दिल्ली के जलभराव और प्रशासनिक उदासीनता का एक और उदाहरण है, जो नाबालिगों की जानें जाने का कारण बना। स्थानीय प्रशासन और अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करते हुए सख्त कदम उठाने की मांग की जा रही है।