फरार अपराधी की गिरफ्तारी: क्राइम ब्रांच का सराहनीय प्रयास
दिल्ली क्राइम ब्रांच की एनआर-1 टीम ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए पोक्सो मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहे एक अपराधी को गिरफ्तार कर लिया है, जो पिछले तीन वर्षों से फरार था।
*मामला और सजा*
आरोपी पंकज, निवासी जिला मैनपुरी, उत्तर प्रदेश, को एफआईआर संख्या 239/13 के तहत धारा 377 आईपीसी और पोक्सो एक्ट की धारा 6 के तहत आजीवन कठोर कारावास की सजा सुनाई गई थी। पंकज ने एक 6 वर्षीय लड़के का क्रूरतापूर्वक यौन शोषण किया था, जिसके चलते माननीय न्यायालय ने उसे कठोर सजा दी थी।
*पैरोल और फरारी*
COVID-19 महामारी के दौरान दिल्ली सरकार के आदेशानुसार, पंकज को 14 अप्रैल 2020 को 8 सप्ताह की आपातकालीन पैरोल पर रिहा किया गया था। हालांकि, पैरोल की अवधि बढ़ाई गई और उसे 3 मार्च 2021 को जेल में आत्मसमर्पण करना था, लेकिन उसने आत्मसमर्पण नहीं किया और फरार हो गया।
*गिरफ्तारी का अभियान*
इस महत्वपूर्ण गिरफ्तारी के लिए इंस्पेक्टर अजय कुमार और इंस्पेक्टर पुखराज के नेतृत्व में एसआई सीताराम, एचसी सत्यव्रत, एचसी कपिल और एसीपी/एनआर-1 श्री विवेक त्यागी की समर्पित टीम का गठन किया गया। टीम ने आरोपी की खोज के लिए लगातार मेहनत की और क्षेत्रीय सूत्रों व तकनीकी विश्लेषण की मदद से जानकारी जुटाई।
*फरारी के दौरान गतिविधियां*
आरोपी पंकज गिरफ्तारी से बचने के लिए लगातार अपना ठिकाना और मोबाइल नंबर बदलता रहा। आखिरकार, गुप्त सूचना के आधार पर टीम ने मैनपुरी के रामपुरा गांव में उसके जीजा के घर पर छापा मारा और उसे गिरफ्तार कर लिया।
*अपराधी का परिचय*
आरोपी पंकज अनपढ़ है और कार्ड बोर्ड बॉक्स बनाने वाली फैक्ट्री में काम करता था।
पंकज को अब आगे की आवश्यक कार्रवाई के लिए मंडोली जेल प्राधिकरण को सौंप दिया गया है।
*बयान*
डीसीपी क्राइम-IV, सतीश कुमार ने कहा, "यह गिरफ्तारी हमारी टीम की दृढ़ता और समर्पण का परिणाम है। हमने सुनिश्चित किया कि न्याय से बचने वाला अपराधी अपने किए की सजा भुगते।"
इस प्रकार, दिल्ली क्राइम ब्रांच ने एक खतरनाक अपराधी को गिरफ्तार करके न्याय की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है।