ब्यूरो: (एस के आर)17 मई को 34 वर्षीय शबनम की नॉर्मल डिलीवरी होने के बाद जबरण कोपर्टी लगा दी गई थी जिससे शबनम की हालत बिगड़ गई, और शरीर से खून बहना शुरू होगया था,और मुंह से भी खून आया जिसकी जानकारी परिजनों ने डॉक्टरों को दी जब डॉक्टरों ने देखा डॉक्टर हालात देख कर घबरा गए आनन फानन में डॉक्टरों शबनम की सर्जरी करने का डिसीजन लिया ।
परिजनों से कहां शबनम की जान बचाने के लिए इस की बच्चेदानी निकालनी पड़ेगी डिलेवरी के 8 घंटे बाद 14 मई 2024 को शाम चार बजे बच्चेदानी निकाल दी गई और मरीज को बेहोशी हालत में आई सी यू में भेज दिया और मरीज के परिजनों को मिलने नही दिया गया।डॉक्टरों की लापरवाही के बारे में संजय गांधी अस्पताल के एमएस, एस के काकरान से बात की जिन्होंने मरीज की जानकारी ली और कहा घबराने की बात नही मरीज ठीक है पूरी देखभाल हो रही है।आखिर दो दिन बाद ऐसा किया हुआ बच्चेदानी निकालने बाद 17 मई सुबह पौने साथ बजे मरने की पुष्टि करदी गई।दो दिन से शांत परिवार शबनम के मरने की बात सुनकर होश उड़गए और परिवार वालों ने मोत का कारण पूछा डॉक्टरों ने वे बसी जाहिर की कोई भी डॉक्टर कुछ बताने को त्यार नही हुआ डॉक्टरों कुछ लापरवाही की तरफ इशारा देते हुए चुप्पी साध ली जिसके बाद परिजनों ने संजय गांधी अस्पताल में जमकर हंगामा किया जमकर अस्पताल प्रशासन के खिलाफ नारे लगाए जिसकी शिकायत दिल्ली पुलिस 112 पर शिकायत दर्ज कर जांच की मांग की दिल्ली पुलिस के आलाधिकारियों ने मामले की संगीनता को देखते हुए शव को अपने कब्जे में लेकर मेडिकल कॉन्सिल के बोर्ड पैनल द्वारा पोस्टमार्टम के लिए रिपोर्ट भेजी जिसके बाद आज पैनल द्वारा पोस्टमार्टम होगा? जिसकी जानकारी डिस्ट्रिक्ट मेजिस्टेड अंकिता आनद को मिली केस की गंभीरता को देखते हुए जांच के आदेश दिए है डिस्ट्रिक्ट मेजिस्टेड ने बताया जांच शुरू कर दी गई है।बतादें दिल्ली मेडिकल कॉन्सिल को भी इस मामले में जानकारी दी गई है और लापरवाह डॉक्टरों के खिलाफ कानूनी कार्यवाही की मांग की गई है मंगोल पूरी पुलिस ने परजनो के बयान दर्ज कर लिए है जांच जारी है।रिपोर्ट: Rashid Chaudhary (SKR NEWS)