भाई ने भाई का गला रेत कर की थी हत्या भाभी को करने लगा था पसंद , पकड़ा
भाई अपनी पत्नी को दिल्ली लाना चाहता था भाई ने किया था ऐतराज ।
अपने ही भाई की गतिविधियों पर रखी थी नजर, सोते समय दिया वारदात को अंजाम
संवाददाता (एस के आर)
नई दिल्ली: नांगलोई इलाके में राव विहार जमैटो कर्मचारी अमरजीत की उसी के घर में चाकू से गर्दन रेतकर हत्या करने की वारदात में पुलिस ने उसी के छोटे भाई को 12 सौ किलोमीटर तक पीछा करने के बाद बिहार से गिरफ्तार कर लिया है।
वारदात में इस्तेमाल चाकू को नांगलोई नाले में फेंक दिया था। जिसको तलाशने की कोशिश की जारही है।
गवाह के तौर पर जिस से चाकू खरीदा था। उसकी भी तलाश की जा रही है।
आरोपी अपनी भाभी को पसंद करता था। वह गांव से भाई के पास नहीं जाए। इसके लिए उसने भाई की दिल्ली आकर चाकू खरीदकर हत्या कर दी थी।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि बीते चार मई की सुबह 8:59 बजे नांगलोई पुलिस
को एक युवक की घर में गला रेतकर हत्या करने की कॉल मिली थी। पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। कमरे में अमरजीत नामक युवक खून से लथपथ हालत में पड़ा मिला था। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिये भेज दिया था। मकान मालिक लक्षमण ने बताया कि अमरजीत उसका भतीजा था। जो जमैटो में नौकरी करता था। अमरजीत पिछले 10 सालों से रह रहा था। अमरजीत मूलरूप से समस्तीपुर, बिहार का रहने वाला था। उनकी शादी 10 महीने पहले हुई थी और उनकी पत्नी उनके परिवार के साथ बिहार में उनके पैतृक स्थान पर रहती हैं।
पुलिस की तीन टीमों को आरोपियों को पकड़ने का जिम्मा सौंपा गया था। एक टीम ने ढाई से तीन सौ के करीब सीसीटीवी कैमरों की फुटेज को खंगाली । टीम दो ने मृतक की सीडीआर की जांच की, जिसमें पता चला कि मृतक का भाई परमजीत पिछले सप्ताह के दौरान दो बार दिल्ली आया था।
परमजीत को अपनी भाभी पसंद है लेकिन उसके भाई अमरजीत ने अपनी पत्नी को अपने साथ दिल्ली लाने का फैसला किया। इस फैसले से परमजीत नाराज हो गया और उसने अमरजीत पर अपने माता-पिता की देखभाल के लिए अपनी पत्नी को मूल स्थान पर छोडने का दबाव डाला लेकिन अमरजीत उससे सहमत नहीं हुआ। इसके बाद परमजीत ने अपने भाई अमरजीत की हत्या की योजना बनाई। बीते दो मई को वह दिल्ली आये और अपने भाई की दैनिक गतिविधियों को देखने के लिए नांगलोई के एक पार्क में रुका। इसके बाद उसने अपनी योजना को अंजाम देने के लिए लोहार से एक चाकू खरीदा। बाद में तीन मई को वह सुबह-सुबह अपने भाई अमरजीत के घर गया। दरवाजे पहले से ही खुले हुए थे इसलिए वह आसानी से घर में घुस गया और अपने सोते हुए भाई की गर्दन काट दी और मौके से भाग गया। उसने वह चाकू नाला, राव विहार, नांगलोई, दिल्ली के पास फेंक दिया। इसके बाद वह मेट्रो के जरिए नई दिल्ली रेलवे स्टेशन गयाऔर बिहार स्थित अपने पैतृक स्थान लौट आया था।