कमल का फूल राष्ट्रीय फूल पार्टी का चुनाव चिन्ह क्यों?
(एस के आर)
कमल फूल का हमारे भारत देश मे बहुत अधिक महत्व हैं। कमल फूल को ऐतिहासिक और धार्मिक रूप से बहुत महत्व दिया जाता हैं।
इसके महत्व को देखते हुए इसे राष्ट्रीय फूल के रूप में अपनाया गया है। 26 जनवरी सन 1950 को कमल को भारत का राष्ट्रीय फूल घोषित किया गया, कमल का फूल हमारे देश के लिए शांति और सुंदरता का प्रतीक है।
पर इस फूल को भारती जनता पार्टी ने अपना चुनाव चिन्ह बना लिया जो नही होना चाहिए था जिसको लेकर विवाद रहा।
26 जनवरी सन 1950 को कमल को भारत का राष्ट्रीय फूल घोषित किया गया चुनाव के दौरान इस फूल की बे कदरी देखी जाती है पोस्टरों,पैंपलेटों को पैरों से रौंदा देखा जाता है।
जिस कारण अलग अलग
संस्थाओं, केई राजनीतिकयों का विरोध हुआ पर सत्ता का सुख देख इस की कोई कदर नही हुई और कोई बदलाव नहीं हुआ।
जबकि किसी राष्ट्रीय घोषित नाम का कोई अपने फायदे के लिए इस्तमाल नही कर सकता पर हमारे भारत देश में राजनेताओं को सब छूट है।
कोई राष्ट्रीय तिरंगे झंडे का इस्तमाल करता है कोई राष्ट्रीय कमल के फूल का इस्तमाल करता है जिससे साफ़ दिखता है हर चीज पर सिर्फ सियासत होती है और कुछ नही कांग्रेस ने कम से कम तिरंगे पर हाथ चुनाव छाप तो रखा है कुछ तो तब्दीली की है पर बीजेपी ने राष्ट्रीय फूल को ही चुनाव चिन्ह बनाकर सविधान की मर्यादा तोड़ रखी है।
ऐसे पहलुओं पर सभी राजनीतिक पार्टियों को ध्यान रखना चाहिए।