पूर्वी दिल्ली के सोसाइटी निवासियों के जीवन से खिलवाड़ साशन प्रसाशन खामोश एमसीडी की लापरवाही उजागर
यदि इस प्रकार के A-2/105 मिलन विहार अपार्टमेन्ट प्लॉट नंबर 72 आईपी एक्सरेंशन पटपड़गंज दिल्ली 110092 अवैध निर्माण/विस्तार की अनुमति दी जाती है तो ब्लॉक की संरचनात्मक स्थिरता खतरे में कभी भी होसकता है हादसा
पूर्वी दिल्ली सीस्मिक जोन 4 में है और भूकंप की संभावना है और भूकंप के झटके को बर्दाश्त नहीं कर सकती है पर एमसीडी अफसर अपनी जेब गर्म के चलते सब कुछ देख कर भी आंखें बंद कर तमाशबीन बने हुए हैं।
जानकारी मिलने के अनुसार सोसाइटी का जिम्मेदार वयक्ति ही सोसाइटी के लोगों की जान को जोखिम में अपने फायदे के लिए डाल रहा है बिल्डिंग की मज़बूती खत्म कर अपने फ्लैट में शाफ्ट क्षेत्र को कवर करके अनधिकृत / अवैध विस्तार कर रहे हैं, बीम, कॉलम और लिंटर में पंचर करके लिंटर बीम और खंभे पर भार डाल कर बिल्डिंग को ख़तरे में डाल रहे है पर विभाग देख कर भी तमाशा देख रहा है।
जिससे पूरे ढांचे को नुकसान हो रहा है क्योंकि यह पहली मंजिल पर है। क्योंकि यह इस ब्लॉक में ऊपर रहने वाले निवासियों के बीच बहुत चिंता का कारण बनता है।
यह एक आपराधिक अपराध है क्योंकि यह भार सहन करने वाली संरचना को नुकसान पहुंचा रहा है और इस ब्लॉक में रहने वाले अन्य निवासियों के जीवन को खतरे में डाल रहा है क्योंकि पूर्वी दिल्ली सीस्मिक जोन 4 में है और भूकंप की संभावना है और भूकंप के झटके को बर्दाश्त नहीं कर सकती है। निवासियों को ऐसे खतरनाक विस्तार से बचाने के लिए जो उपरोक्त निवासियों के जीवन के लिए खतरा है।
हाल ही में गुड़गांव में हुई दुर्घटना की ओर आपका ध्यान आकर्षित करने के लिए इसे हाइलाइट किया गया है, जो खबरों की सुर्खियां बनीं क्योंकि सेलिंग्स के ढहने के कारण कई लोग हताहत हुए और इसमें शामिल सभी लापरवाह अधिकारियों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया गया।
यदि इस प्रकार के अवैध निर्माण/विस्तार की अनुमति दी जाती है तो ब्लॉक की संरचनात्मक स्थिरता खतरे में पड़ जाएगी क्योंकि भारत के सर्वोच्च न्यायालय और माननीय न्यायालय ने संरचनाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एम.सी.डी. पर जिम्मेदारी डाली है।
एम.सी.डी. का मुख्य कर्तव्य है कि अनाधिकृत निर्माण को तोड़कर तत्काल कार्रवाई करना, अपराधी के खिलाफ मामला दर्ज करना, अपराधी द्वारा अपने जोखिम और लागत पर किए गए नुकसान की बहाली करना। यह न्याय की मांग है, सुरक्षा की मांग है। उपरोक्त निवासी, जिम्मेदार निवासी होने के नाते और समाज के जिम्मेदार के पद पर आसीन होने के कारण यह कृत्य पूरी तरह से अस्वीकार्य है।
यदि विभाग द्वारा तुरंत कार्यवाई नही की जाती तो विभाग का लिप्त होना व इसका जवाबदेह ओर जिम्मेदार अधिकारी के ख़िलाफ़ दंडित कार्यवाई होना लाज़मी है।
अगर खबर प्रकाशित होने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की जाती है तो निवासियों की जान बचाने के लिए उच्च अधिकारियों और जिम्मेदार लोगों का धियान दिलाना चाहता हूं इसपर अपनी ज़िम्मेदारी निभाते हुए ऐसे काम करने और करने वालों पर कार्यवाई करें ताकि इस तरह के कारीयों पर लगाम लग सके और बिल्डिंगों को होने वाले हादसे से से बचाया जा सके।
रिपोर्ट; SKR News