कंझावला कांड को लेकर जनता ने सीबीआई जांच की मांग को लेकर धरना प्रदर्शन किया गया
बाहरी ज़िला:थाना सुल्तानपुरी से जनता का विरोध प्रदर्शन अभी भी जारी देर रात केंडल मार्च व जाम लगाया, पुलिस की कार्रवाई से संतुष्ट नहीं परिजन और छेत्र की जनता सुलतानपुरी थाने के सामने रोड पर बैठे लोगों ने कहा हमे सुलतानपुरी पुलिस की जाँच पर नही भरोसा पुलिस आरोपियों के बयानों पर ही चल रही है जबकि बार बार बयान बदलते रहे हैं,साथ ही सुलतानपुरी पुलिस ने इतने दर्दनाक केस को मामूली ऐक्सिडेंट केस दर्ज कर छोड़ दिया था मामला सुर्खियों में आने के बाद धाराएँ बदली गई थी फिर भी हत्त्या का केस दर्ज नही किया जबकि अब आरोपियों ने जानबूझकर गाड़ी दौड़ाते रहे जिस कारण मासूम की दर्दनाक मौत हो गई।
जिसके बाद आरोपियों व अंजलि की सहेली जो चश्मदीद गवाह बताई गई जिसके झूठे बयान ओर अपराधिक गतिविधियों में नाम आने के बाद भी उस पर कोई कार्यवाई न होना संदेह पैदा करती है 8 दिन बाद अंजलि के घर करण विहार में चोरी होना और संदेह बढ़ा रही है कहीं घर मे सीबीआई जांच होती तो कुछ मिल सकते थे जो जांच को बढ़ा सकते थे चोरी सबूत मिटाने की साज़िश तो नही? 9 दिन बाद आरोपियों को जैल भेजा गया जिस पर कोर्ट ने भी पुलिस की जांच में सभी सीसीटीवी फुटेज पेश न करने पर संदेह जताया जो बहोत ही बड़ी लापरवाही सामने आई है इतने संगीन मामले पर एक तरह से पूरी दिल्ली पुलिस लगी हुई थी पर ओयो से लेकर शव जहाँ पड़ा मिला वहां तक कि सीसीटीवी फुटेज कियों जमा की गईं आखिर वह कहां है जबकि कदम कदम पर सीसीटीवी लगे हैं।
ऐक्सिडेंट एक सोचा समझा साजिश दिखाई देता है? कियों की जिस ओयो से अंजलि निकली जिस रास्ते पर एक्सीडेंट हुआ वहाँ उनके जाने का मतलब ही नही था,ओयो होटल से शॉर्ट रास्ता सुल्तानपुरी जाने के लिए पुठ कलां सामने ही है तो इतनी दूर कियों गईं? अगर अंजलि अपने घर करण विहार के लिए निकली तो सेक्टर 20-21डिवाइडर रोड से जाती पर ऐसा नही हुआ जो साफ संदेह पैदा करता है कही इस इलाके में हादसा दिखाना साजिश तो नही? जिस तरह बार बार परिजन व जनता को सुलतानपुरी पुलिस की जाँच पर भरोसा न होना कोई तो वजह हो सकती है इस लिए जाँच किसी ओर संस्था को देने से सवालों के जवाब मिल सकते है अब देखना होगा जाँच में अधिकारी बदले जाते है या सीबीआई को सोपी जाएगी जांच।
रिपोर्ट:- SKR NEWS