राजनीतिक षड्यंत्र
मुस्लिम प्रस्नल्ला बोर्ड के लेटर हैड का गलत प्रयोग व अलग-अलग मुस्लिम मौलवियों के नाम व फ़ोटो के द्वारा मुस्लिमों के वोट हासिल करने के लिए एडिट कर सोशल मीडया पर वायरल पोस्टें देखी जा रही हैं।इस तरह के लेटरों व पोस्टों से मुस्लिम समाज न खुश हो रहा है
मुस्लिम प्रस्नल्ला बोर्ड के लेटर हैड पर एडिटिंग द्वारा छपी 30 तारीख़ नवंबर की तारीख पड़ी हुई है इसी तरह सेम तारीख ओर मुस्लिम मौलवियों की पोस्टें वायरल वर्तसप गुरुपों पर वायरल हो रही है जिस तरह से ये कार्य किया जा रहा है ये सिर्फ मुस्लिमों का नाम बदनाम कर वोट पाने की साज़िश दिखाई दे रही है?
मुस्लिमो के वोट हासिल करने के लिए राजनीति का गंदा षड्यंत्र का सोशल मीडिया पर खेल खेला जा रहा है, जिसमे लिखा गया है विषय:- मुसलमानों की सबसे बड़ी दुश्मन'आम आदमी पार्टी' को वोट ना देने अपील बोर्ड के अध्यक्ष,उपाध्यक्ष ओर महासचिव का संयुत वक्ताव्य,
जैसे अनेक शब्द दरशाय गए है जो लोकतंत्र के लिए सही नही जिन पोस्टों में किसी का पता नही फोन नंबर नही तक नही दर्शाया गया है।
इस तरह के पर्चों या मेसिजों से चुनाव जीतना लोगों के विश्वास के साथ खिलवाड़ करना कहाँ की इंसानियत है।
2 दिसंबर 2022जुमे की नुमाज के बाद कुछ जगाहों पर पर्चे बांटने की खबरें फैलीं मुस्लिमों का बोट बाटने ओर मन बदलने की साज़िशें देखने को मिलीं जो समाज के लिए शर्मनाक साबित हुई।
जिस पर्चे को देखने से साफ़ लग रहा है जिसे एडिट कर वायरल किया जा रहा है। जिस लेटर हैड पर ऊपरी हेडलाइन तो है पर नीचे संस्थान का पता फोन नंबर वेबसाईट कॉलम काट काट कर उस पर षड्यंतकारी लोगों ने वोट हासिल करने के लिए इस घिनोने कार्य को अंजाम दिया गया है। जो देश हित के लिए सही नही।
इस वायरल पर्चों की सच्चाई सिर्फ झूट ही झूट साबित हो रही है जिसने भी ये राजनीति फायदे के लिए ये घिनोने षड्यंत्रकार्य काम किया है और जनता के विश्वास से खेलने की कोशिश की है इस कि जाँच जरूरी है।
ये लोकतंत्र के साथ विश्वासघात है
जब ये पोस्ट जिनके नाम के साथ वायरल हो रही है जब उनतक पोहचेंगी जिसकी सच्चाई उनके जवाब के बाद ही
खुलासा करेंगी देखने मे पोस्टें फ़र्ज़ी लग रही हैं?अगर ये झूटी है तो ये शर्मनाक विश्वास घात है।
रिपोर्ट:-SKR NEWS