पदयात्रा से मिली जिंदगी लास्ट स्टेज आखरी सांसें मांबाप ने छोड़ दी थी उम्मीद मसीहा बनकर हुआ प्रकट मिला जीवन दान
2 पॉइंट बचा था जिस्म में खून पानी ही पानी पैर में माँमुली फुंसी बना नासूर पैर हुआ खराब फैला सेफ्टिक जिससे जीवन पोहचा समाप्ति तक, राहुल माथुर बना मसीहा दिलाया जीवन दान।
(ब्यौरों एसकेआर)29 नवंबर22
नई दिल्ली:-जी हाँ किराड़ी में ऐसा ही सनसनीखेज मामला सामने आया है जिस घर के लोग बच्ची के बचने की उम्मीद छोड़ चुके थे एक इंसान मसीहा बनकर आया दिलाया जीवन दान। महीनों से अस्पतालों के चक्कर काट रहे थे परिजन
बतादें जिस 14 वर्षय बच्ची को इधर उधर अस्पतालों में रैफर किया जा रहा था पर ठीक होने की बजाए बिगड़े हालात रिज़ा उम्र 14 वर्ष पुत्री अब्दुल हसन दुखी मां नरगिस 13 A हरि इन्क्लेव तंग होकर अपनी बेटी की आखरी सांसें गिन रही थी दिल्ली में नगर निगम के चुनाव के लेकर गली गली में पार्टियों की पदयात्राएं हो रही है
इसी दौरान वार्ड 37 के प्रचार व पदयात्रा पर निकले कोंग्रेस के दावेदार प्रत्याशी राहुल माथुर की नज़र इस बच्ची पर पड़ी जिसके बारे में हालात जाने और अपनी पदयात्रा छोड़ इस बच्ची को अपने साथ लेकर रोहिणी के संतोम अस्पताल में भर्ती कराया और उसके पूरे खर्चे की जिम्मेदारी ली जिसकी हालत अब दुरुस्त बताई जा रही है जिसे 3 दिन के अंदर 6 पॉइंट खून चढ़ाया गया है और उसके पेट से पानी निकाल दिया गया है।
हमारे एस्केआर संवाददाता ने एक प्रचार में इस बच्ची के बारे में जानकारी मिली जिसकी सच्चाई जानने के लिए हमारे संवाददाता ने संतोम अस्पताल के मालिक अमित मलिक से जब जानकारी ली जिसके बाद इस ख़बर को सही बताया और संतोम अस्पताल के आईसीयू में बच्ची की हालत पर जानकारी दी मलिक ने बताया इसको किराड़ी से चुनाव लड़ रहे राहुल माथुर ने भर्ती कराया है और इस बच्ची के घर वालों से कोई भी पैसा लेने से मना किया और इस बच्ची के पूरा खर्चा राहुल माथुर ने देने के लिए कहा है।
जब इस मामले पर बच्ची के पिता अब्दुल हसन से पूछा गया तो वोह रोने लगे और रोते हुए बोले हमारी बच्ची के लिए ओर हमारे लिए भगवान के रूप में आए राहुल और हमारी आखरी सांसे ले रही बच्ची जीवन दान के साथ हमारे लिए मसीहा साबित हुए हम जिंदगी भर इनके अहसान को नही भुल सकते।
बतादें अब्दुल हसन के 6 बच्चे है तीन लडकिया तीन लड़के जो सब्जी बेचकर अपने परिवार का पालन पोषण करते हैं जिनकी दूसरे नंबर की बेटी महीनों से इस बीमारी से जूझ रही थी जब बच्ची की मां से पूछा गया इस इतने बड़े संतोम अस्पताल में कैसा इलाज चल रहा है और उसका खर्च कौन उठा रहा है जिसने बताया सारा खर्च राहुल कर रहे है हमसे कुछ नही लिया जा रहा है।
इसे कहते हैं कुदरत का करिश्मा जो परिवार अपनी लाचारी से तंग आकर अपनी तड़पती बच्ची की आखरी सांसों के इंतज़ार में बैठे थे जिससे कोई रिश्ता नही कोई पहचान नही अचानक चुनाव के प्रचार के लिए पदयात्रा के दौरान बच्ची पर निगाह पड़ी और राहुल का दिल पसीज गया और अपनी इंसानियत के खातिर पदयात्रा रोक बच्ची को भर्ती कराया जिनके इस कदम की किराड़ी विधानसभा के हरि इन्क्लेव की गली गली में चर्चाएं हो रही है।
जब इस मामले पर हमारे संवाददाता ने राहुल माथुर से जानकारी ली तो उन्होंने बताया ये मेरा फ़र्ज़ था जो मेने किया और इस बच्ची पर 1 से लेकर लाखों का भी खर्च होगा में लगाऊंगा ओर सही सलामत उसके घर वापसी हो उसके लिए हर संभव प्रयास कर रहा हूँ फिलहाल डॉक्टरों ने बच्ची को खतरे से बाहर बताया है।
रिपोर्ट:- Rashid Chaudhary
(SKR NEWS)