रोहिणी में भूमाफ़ियाओ द्वारा सरकारी ज़मीन पर कब्ज़ा पुलिस व नगर निगम व प्रसाशन पर लगा साँठगाँठ का आरोप निगम पार्षद की शिकायत के बाद भी नही हुई कार्यवाही
पुलिस नगर निगम पर लगाया निगम पार्षद ने सांठगांठ का आरोप
रोहिणी ज़िला,व रोहिणी ज़ोन, सबडिवीजन अलीपुर छेत्र का मामला हुआ उजागर
*संवाददाता:एसकेआर न्यूज़* 21फरवरी 2022
नई दिल्लीः रोहिणी ज़िला थाना के एन काटजू मार्ग इलाके के वार्ड 24N में सरकारी खाली पड़ी ज़मीन पर उस वक़्त विवाद खड़ा हो गया जब कल 20 फरवरी 2022 को B-3 ब्लॉक रोहिणी सेक्टर 17 के पीछे 16-17 के डिवाइडर मेन रोड पर सरकारी ज़मीन पर भूमाफिया द्वारा क़ब्ज़ा किया जाने लगा जिसकी जानकारी निगम पार्षद विनोद महेन्द्रू को मिली जिसके बाद वार्ड 24N के निगम पार्षद ने पीसीआर कॉल की व नगर निगम को कब्ज़ा होने की जानकारी दी पर विभागीय कार्यवाही के नाम पर जब थाना इलाके के थाना प्रभारी ने मामले पर संजीदगी के बजाए टाल मटोल की वही रुख नगर निगम ने अपनाया जिससे मामला ओर गरमा गया निगम पार्षद ने प्रसाशन पर लगा सांठगांठ का आरोप ओर भूमाफियाओं के ख़िलाफ़ की एफआईआर की मांग।
बतादे बीजेपी निगम पार्षद ने सरकारी ज़मीन होने का दावा जिया है उन्होंने हमारे संवाददाता को बताया ये इलाका रोहिणी ज़ोन के वार्ड 24N में आता है जिस जमीन पर कब्ज़ा करने की कोशिश की जारही है वह सरकारी जमीन है जिसपर भूमाफिया पुलिस व प्रसाशन से सांठगांठ कर कब्ज़ा करना चाहते है जिस के बारे में मैने पुलिस और निगम को शिकायत करदी है ओर ज़िला डीएम एसडीएम को लिखत शिकायत भेज रहा हूँ कहा मेरे इलाके में इसी तरह की जमीनों पर कई जगह कब्ज़े हुए है जिनकी जानकारी मिल चुकी है में इसके बाद उन जमीनों के खुले के साथ कब्ज़ा मुक्त कराने की तैयारी कर चुका हूं।
कहा कुछ राजनेताओं के सहयोग से भूमाफिया सरकारी जमीनों पर कब्ज़ा करना चाहते हैं और उसपर वेयपार कर बेचना चाहते है कहा इस खाली पड़ी जमीन के साथ एक गैरकानूनी शराब का ठेका खोला गया था जिसे मेने सील करवा दिया था पर प्रसाशनिक कुछ कर्मचारियों द्वारा साँठगाँठ कर कब्ज़े का खेल रच रहे हैं जिन्हें में बर्दाश्त नही कर सकता।
बतादे ये खेल रोहिणी ज़ोन के कई इलाकों का सामबे आरहा है जैसे थाना के एन काटजू,के अलावा थाना बुध्विहार, थाना शाहबाद डेरी,थाना बेगम पुर भी शामिल है निगम पार्षद ने कहा जल्द सरकारी जमीनों पर हुए कब्जों का खुलासा करने वाला हूँ जो पुलिस व प्रसाशन की मिलीभगत से हो रहा है।
निगम पार्षद महेन्द्रू ने कहा जिस तरह मेने शिकायत की पर पुलिस ने कब्जाधारियों को नही बुलाया और उनको बिना प्रोपर्टी की मलकियत के कागजात देखे बिना मालिक करार देने सांठगांठ की तरफ साफ इशारा करता है। अब देखना होगा पुलिस इस मामले पर अभी भी संज्ञान लेगी इस की किया सच्चाई है करेगी जांच या इसी तरह होता रहेगा सरकारी ज़मीनो पर कब्ज़ा।
रिपोर्ट: SKR News