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दिवाली के दिन दोस्त के घर मे दोस्त की मौत 21 साल का बच्चा चढ़ गया मौत की भेंट खुल्ली लापरवाही के बाद भी पुलिस ने नही की एफआईआर मृतक की मां ने की इंसाफ की गुहार रोहिणी डीसीपी ने दिए जांच के आदेश।


दिवाली के दिन दोस्त के घर मे दोस्त की मौत 21 साल का बच्चा चढ़ गया मौत की भेंट खुल्ली लापरवाही के बाद भी पुलिस ने नही की एफआईआर मृतक की मां ने की इंसाफ की गुहार रोहिणी डीसीपी ने दिए जांच के आदेश।
ब्यूरो एसकेआर न्यूज़ 12 नवंबर 21
नई दिल्ली:रोहिणी ज़िला थाना प्रेम नगर की पुलिस की जांच में कोताही लापरवाही बरतने ओर मकान मालिक की लापरवाही से बच्चे की मौत होजाने के बाद भी 7 दिन तक FIR न करना पुलिस पर सवाल बन गया है ।
पुलिस की लापरवाही का सनसनीखेज खुलासा
 प्रेम नगर पुलिस पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के इंतज़ार की कह कर जांच अधिकारी ने नही लिए मरने वाले बच्चे के परिवार के बयान परिवार बयान देने की करता रहा गुहार पुलिस की बड़ी लापरवाही हुई उजागर। पुलिस ने घटनास्थल ओर आरोपियों के बयान लेकर उनसे ही करते रहे बातचीत मृतक के परिवार से मिलना उनके बयान लेना जानकारी लेना तो दूर आज तक उस परिवार तक नही पोहचा एक भी पुलिस कर्मी सांठ गांठ के चलते हत्याकांड की एफआईआर नही परिवार ने लगाए आरोप।
21 साल के मृतक की माँ शहाना A-810 केम्प नंबर 2 नांगलोई दिल्ली निवासी 7 दिन तक काटती रही थाने के चक्कर बयान देने और कार्यवाही की करती रही गुहार केस का आयु टाल मटोल करता रहा दुखी होकर मृतक की माँ 11/11/2021को अपने बेटे की मौत की शिकायत लेकर पोहची डीसीपी ऑफ़िस रो रोकर की एफआईआर की मांग और बच्चे के क़ातिलों को पकड़ने की लगाई गुहार रोहिणी डीसीपी ने मां शहाना के बयान लेकर दिए कार्यवाही के आदेश।
 ''गिर सकती केस के आईओ पर लापरवाही बरतने पर गाज़ पुलिस महकमे में हड़कंप""
बतादें 4 नवंबर 2021 को रोहिणी ज़िला इलाके के प्रेम नगर थाना अंतर्गत 21 वर्षय शारिक उर्फ सहिल की उसके दोस्तों हेमंत,प्रिंस इत्यादि ने करंट लगने ओर उसको मंगोल पूरी के संजय गांधी अस्पताल में भर्ती कराने की जानकारी मृतक के घर A-810 कैम्प नम्बर 2 नांगलोई दिल्ली  के परिवार को दी थी जब परिजन संजय गांधी अस्पताल पोहचे जहाँ शारिक को मृतक पाया अस्पताल में जानकारी मिली उस मृतक को अस्पताल हेमंत ओर कुछ लड़के लाए थे जिसके बाद शव को डॉक्टरों शव गृह में रखवा दिया था।
जिसके बाद पुलिस को पूरी घटना की जानकारी दी गई और जहाँ मोत होने की जानकारी मिली जहां इस कांड को अंजाम दिया गया जिसके बारे में मृतक की नानी ओर परिजनों ने घटना वाली जगह का पता आई 214 प्रेम नगर 2nd बताया जिस केस की जाँच करने पोहचे एस आई कमल चौधरी ने वहां छत पर रखे गमलों में एक पिलक में नंगे तार लड़ी में लगे देखे थे और एक तार अलग पड़ा था जिसके फ़ोटो खींचे गए और उस घटना वाले घर के लोगों के बयान लिए गए जिसके हालात थाना प्रेम नगर प्रभारी को बताए गए मोके पर एस एच ओ प्रेम नगर पोहचे और जांच कर उस जगह को सील करने के आदेश दिए और क्राइम टीम से जांच के लिए कहा जिसके बाद पुलिस के जांच अधिकारी ने न मृतक के परिवार के किसी भी वयक्ति का कोई बयान लिया न जरूरी समझा यहां तक की पुलिस का कोई भी कर्मचारी मृतक के घर आज तक नही गया।

5 नवंबर 2021को मृतक के परिवार और उसकी माँ शहाना सुबह अपने बेटे के शव के लिए प्रेम नगर थाने पोहची ओर अपने बयान दिए पर बयान तो नही लिए उनकी पहचान कर दस्तावेजों पर साइन करा कर पोस्टमार्टम कराकर परिजनों को शव सौप दिया जिसके बाद परिजनों ने सुपुर्दे खाक नांगलोई के कब्राउस्तान में कर दिया।

जिसके बाद परिवार के लोग उसकी मौत की जानकारी और मामला दर्ज रिपोर्ट के लिए पोहचे थाने में SI नही मिले और छुट्टी बताई एफआईआर की कॉपी मांग ने पर एफआईआर के बारे में बताया मामला दर्ज नही क्या जिस शब्द ने चौका दिया और कहा पोस्टमार्टम की रिपोर्ट आने के बाद कार्यवाही की जाएगी कह कर टाल दिया।

जिसके बाद केई बार मिलने की बात की न आईओ मिले न इतना बड़ा हत्या कांड? होने पर उसके घर तक जाना या परिवार से मिलना बयान लेना मामला दर्ज करना जरूरी समझा जिसने मां की ममता का सबर का बांध टूट गया और मां अपने छोटे बेटे को लेकर शिकायत के साथ डीसीपी के पास मौत के आठवें दिन पेश होगई जिसके बाद डीसीपी द्वारा जांच शुरू करदी गई है।

संगीन मौत के मामले में पुलिस की इतनी बड़ी लापरवाही हैरान करने वाली है घटना वाली जगह नंगे तार पाए जाना और उससे करंट लगने के उस परिवार के बयान देने के बाद भी मुकदमा दर्ज न करना एक बड़ी पुलिस की लापरवाही सामने आई है जबकि वहाँ बयानों अनुसार घटना होना लापरवाही से मौत कारण बनी है जो लापरवाही का मुकदमा उसी दिन कर देना था पर एक सप्ताह तक एफआईआर न होना एक बड़ा सवाल बन गया है।

अब देखना होगा डीसीपी के हस्तक्षेप के वाद इस मामले पर भी मुकदमा दर्ज होता है और इस मामले पर जाँच में क्या निकलता है पीड़िता ने बताया मेरा बेटा डॉक्टर आरती अपनी मुह बोली बहन से दिवाली की बधाई देने गया था  
ओर उसको आरती ने बताया था वोह पहले मेरे घर आया था उसके बाद मेरे पापा के घर गया था जहाँ उसकी मौत हुई है पर पुलिस ने आरती के बयान तक नही लिए? कही भाई बहन का प्यार तो शक तो नही बन गया जिस कारण साजिश रच कर उतार दिया मोत के घाट।

परिवार ने ये भी शक जाहिर किया जो पुलिस को बताया जहाँ आरोपियों ने घटना दिखाई है यहां घटना न होई हो कही और वारदात कर इस जगह बताई जा रही हो इस लिए आस पास के सीसीटीवी फुटेज चेक की जाए और मृतक के फोन नंबर की कॉल डिटेल लुकेशन इत्यादि भी निकल वाई जाए
पर इन सब पहलुओं पर भी कोई कार्यवाही नही की गई जो एक जांच अधिकारी की लाप्रवाही साफ बयां करती हैं।

मृतक की मां 6395867778
8958676271
रिपोर्ट: (SKR News)
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