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पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना के खोफ में दिल्ली पुलिस थानाध्यक्ष

पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना के खोफ में दिल्ली पुलिस थानाध्यक्ष

संवादाता SKR News, दिल्ली पुलिसदेश की राजधानी दिल्ली में साथ थानाध्यक्ष को हटाया गया जिससे लगता है किसी की भी गलती थानाध्यक्ष पद छीन सकती है  दिल्ली पुलिस के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी द्वारा जानकारी के अनुसार अभी तक ये परंपरा थी कि कोई गलती होने पर व इलाके में बड़ा अपराध होने पर थानाध्यक्ष को कुछ दिन के लिए लाइन हाजिर कर दिया जाता था।
पर नए आयुक्त राकेश अस्थाना के आने से दिल्ली पुलिस के थानाध्यक्ष खोफ में हैं। एक बार लाइन हाजिर व निलंबित होने के बाद फिर से थानाध्यक्ष नहीं रह जाते हैं। 
ऐसा पहली बार हो रहा है कि लाइन हाजिर होने के बाद थानाध्यक्ष का पद छिन जा रहा है। इससे दिल्ली पुलिस के थानाध्यक्ष खोफ जड़ा हैं। थानाध्यक्षों में अब इस कदर डर बैठ गया है कि अगर छोटी से भी गलती की या फिर हो गई तो लाइन हाजिर कर थानाध्यक्ष पद से हटा दिया जाएगा।
दिल्ली पुलिस के  वरिष्ठ पुलिस अधिकारी द्वारा। अभी तक ये परंपरा थी कि कोई गलती होने पर व इलाके में बड़ा अपराध होने पर थानाध्यक्ष को कुछ दिन के लिए लाइन हाजिर कर दिया जाता था। कुछ दिनों बाद उसे फिर से थानाध्यक्ष लगा दिया जाता था। मगर नए पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना के कार्यालय में ऐसा नहीं हो रहा है। 
गलती के लिए कोई माफी नहीं है। एक बार थानाध्यक्ष को लाइन हाजिर कर दिया गया तो समझो कि उसकी थाने की चौधराहट गई। कुछ ही समय में सात थानाध्यक्षों को या तो निलंबित किया गया है या फिर लाइन हाजिर कर दिया गया है। काफी दिनों से ये थाने खाले पड़े हैं।
  
 संवाददाता ने कई अफसरों से बात की, उन्होंने बताया कि वह खोफ में नौकरी कर रहे हैं। ओर बहुत खोफ है उन्हें अब लगता है कि पता नहीं कब किस गलती पर उन्हें हटा दिया जाएगा। अब तक सात थानाध्यक्षों को हटा दिया गया है। उन्हें या तो लाइन हाजिर किया गया या फिर निलंबित किया गया है। 

 सूत्रों ने तो ये भी कहा कि पहले तो पुलिस आयुक्त दिल्ली कैडर के होते थे। किसी सीनियर पुलिस अधिकारी से जान-पहचान निकाल कर पैरबी लगाकर फिर से थानाध्यक्ष लग जाते थे। मगर अब नए पुलिस आयुक्त दूसरे कैडर के हैं। थानाध्यक्षों को उनकी शिकायत होने का भी डर सता रहा है।

*इंस्पेक्टरों को क्यों हटाया* 
वीएन झा         पहाडग़ंज        सट्टेबाजी चल रही थी
प्रेमचंद खंडूरी --गोविंदपुरी        महिला की हत्या हुई थी
सीपी भारद्वाज ----आदर्श नगर         फ्लाईओवर पर धार्मिक स्थल बनना
अक्षय कुमार ---- हौजखास        कारण पता नहीं
बलिहार सिंह --- नेबसराय इलाके में हेरोइन बिकना
सुनील कुमार ----वसंत विहार        मायापुरी में सीबीआई रेड हुई थी
प्रमोद कुमार ----न्यू अशोक नगर      सिपाही ने लड़के का अपहरण कर लिया जिस तरह के मामले सामने आए है उससे लगता है निचले कर्मचारियों की गलती को नज़र अंदाज़ करना भी मुसीबत बन सकता है और कुर्सी छिन सकती है।
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