पूर्वी जिले के जिला साइबर सेल, दिल्ली ने गाजीपुर गांव, दिल्ली में स्थित एक फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है।
आरोपित व्यक्तियों ने इंडिगो एयरलाइंस में हवाईअड्डों पर नौकरी दिलाने के बहाने लोगों से ठगी की।
12 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है।
सिम कार्ड के साथ 16 मोबाइल फोन, 01 लैपटॉप, सीपीयू के साथ 6 डेस्कटॉप कंप्यूटर, 02 वाईफाई राउटर, 02 एटीएम कार्ड, 26,000/- रुपये नकद बरामद किए हैं।
पूर्वी जिले के साइबर सेल ने एक ऐसे फर्जी कॉल सेंटर का भंडाफोड़ किया है, जिसमें देश के विभिन्न हिस्सों में भोले-भाले लोगों को नौकरी देने के बहाने सैकड़ों लोगों को ठगा गया है।
इंडिगो एयरलाइन से साइबर सेल, ईस्ट डिस्ट्रिक्ट में एक शिकायत प्राप्त हुई थी कि कुछ लोग भारत के विभिन्न हवाई अड्डों पर इंडिगो एयरलाइंस की नौकरी दिलाने के नाम पर निर्दोष लोगों को ठग रहे हैं। धोखेबाज इंडिगो एयरलाइंस के फर्जी और जाली नियुक्ति पत्र आदि भी बना रहे हैं। हालांकि, एयरलाइन धोखेबाजों का सटीक विवरण नहीं दे सकी।
जिसके बाद टीम गठित की गई जिसकी कमान इंस्पेक्टर मनीष कुमार के नेतृत्व में सूचना विकसित करने और धोखेबाजों को पकड़ने के लिए एक टीम का गठन जिसमे एसआई निशाकर, एसआई सतीश सिंह, Ct. नरेंद्र कुमार और /Ct. नीतू थे, एसीपी वेद प्रकाश, एसीपी/ऑपरेशन सेल, पूर्वी जिले की निगरानी में कार्य किया गया ।
एयरलाइन द्वारा प्रदान की गई जानकारी को और विकसित और संसाधित किया गया और स्थानीय खुफिया नेटवर्क को भी सक्रिय किया गया। पुलिस थाना पटपड़गंज औद्योगिक क्षेत्र के गाजीपुर गांव में व्यावसायिक उद्देश्यों के लिए इस्तेमाल की जा रही एक इमारत की तीसरी मंजिल पर एक सफल छापेमारी के दौरान टीम के श्रमसाध्य प्रयासों का फल मिला।
छापेमारी में, दो मुख्य संचालकों सुरजीत यादव और सुंदरम गुप्ता के साथ 8 लड़कियों और 2 लड़कों सहित 10 अन्य कर्मचारियों को पकड़ा गया। वे इंडिगो एयरलाइंस में नौकरी दिलाने का झूठा वादा कर नौकरी के लिए परेशान बेरोजगार लोगों को ठगते थे।
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वे मुख्य रूप से दक्षिण भारत, बिहार, यूपी, उत्तराखंड के भोले-भाले लोगों को निशाना बनाते थे।
, FIR No. 242/21, U/s 419/420/468/471/34 IPC, PS Patparganj Industrial Area, East District.में मामला दर्ज किया गया है और साइबर सेल, पूर्वी जिला द्वारा जांच शुरू की गई थी। छापेमारी में 16 मोबाइल फोन और सिम कार्ड, 07 कंप्यूटर और 26000 रुपये नकद सहित अन्य संदिघ्ध दस्तावेज जब्त किए गए हैं। इन जालसाजों ने सैकड़ों पीड़ितों को ठगा है और 10 लाख रुपये से अधिक की ठगी की गई है जो आगे की जांच का विषय है।
अब तक की जांच में पता चला है कि आरोपी सुरजीत पुत्र हरि सिंह निवासी गांव- कछवाई, थाना- एका, जिला- फिरोजाबाद, यूपी, आयु- 24 वर्ष एक अन्य आरोपी सुंदरम गुप्ता पुत्र के साथ मिलकर यह धोखाधड़ी कर रहे हैं। सुशील कुमार निवासी वीपीओ- भीलमपुर, पीएस- सुजानगंज, जिला- जौनपुर, यूपी, आयु - 26 वर्ष। उन्होंने 08 लड़कियों और 02 लड़कों को मासिक वेतन के आधार पर 6000-9000 रुपये से लेकर काम पर रखा था। ये युवा लड़के और लड़कियां नौकरी चाहने वालों को हताश करने और उन्हें अपने जाल में फंसाने के लिए कॉल करते थे।
आरोपी व्यक्तियों ने इंडिगो एयरलाइंस में नौकरी चाहने वालों से आवेदन आमंत्रित करते हुए क्विकर डॉट कॉम के जॉब पोर्टल पर विज्ञापन पोस्ट किए। पीड़ितों ने अपना विवरण जैसे संपर्क नंबर, ईमेल आईडी, पता आदि देकर उक्त पोर्टल पर आवेदन किया।
जालसाजों द्वारा पोस्ट किए गए विज्ञापन से संबंधित पीड़ितों का डेटा प्रदान किया। आरोपी व्यक्ति क्विकर डॉट कॉम द्वारा उपलब्ध कराए गए डेटा बेस से संभावित नौकरी चाहने वालों से संपर्क करते थे। भोले-भाले पीड़ित जाल में फँस जाते थे और उन्हें 1500/- रुपये से लेकर 30,000/- रुपये तक की 'प्रसंस्करण शुल्क' देने का लालच भी दिया जाता था। पीड़ितों को फर्जी और जाली साक्षात्कार और नियुक्ति पत्र भी जारी किए गए थे, आरोपी व्यक्तियों की पुलिस रिमांड प्राप्त की जा रही है ताकि उनकी कार्यप्रणाली को और उजागर किया जा सके।
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जिनके पास से बरामदगी: -
1. 06 डेस्कटॉप कंप्यूटर सिस्टम,
2. 01 लैपटॉप,
3. 02 वाईफाई राउटर,
4. 02 स्मार्ट फोन,
5. 14 फीचर फोन,
6. 02 एटीएम कार्ड,
7. रु 26,000/- नकद.
गिरफ्तार आरोपियों की प्रोफाइल:-
1. सुरजीत पुत्र हरि सिंह निवासी गांव- कछवाई, पीएस- एका, जिला- फिरोजाबाद, यूपी, आयु - 24 वर्ष। (मुख्य आरोपी) जिसने जेएस यूनिवर्सिटी, फिरोजाबाद, यूपी से बीएससी की पढ़ाई की है।
2. सुंदरम गुप्ता पुत्र सुशील कुमार निवास स्थान 456, गली नं. 07, साहिबाबाद साइट -4, गाजियाबाद, आयु- 25 वर्ष। वह अन्ना विश्वविद्यालय, चेन्नई से 2018 में छठा सेमेस्टर बी.टेक ड्रॉपआउट है।
(प्रियंका कश्यप) आईपीएस
पुलिस उपायुक्त ने बताया मामले की आगे की जांच जारी है।
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