रोहिणी सैक्टर 25 ईसकोंन मंदिर में कार्ययत ठेकेदार की मौत हत्या कर फांसी पर टांगने की साज़िश का आरोप मूर्तक की डायरी ने खोले कातिलों के नाम बड़ा खुलासा साज़िश के तहत हत्त्या की आशंका जांच में होसकता है बड़ा खुलासा।* *मूर्तक की डायरी ने हत्या होने और मारने वालों पर हत्या करने के लिखे थे नाम लाखों के लेनदेन को लेकर पार्टनर को रास्ते से हटाने के लिए रच रहे थे साजिश परिवार का का दावा आत्मदाह नही हुई है हत्त्या* *--इससे पहले जहर देकर मारने की कोशिश हुई थी नाकाम जनवरी 2020 को राजिस्थान में हुई थी शिकायत दर्ज।* *बुखलाए तीनों पार्टनरों ने साजिश रचकर हत्या कर शव को लटका कर फांसी लगाकर खुदकुशी बना डाला करदी खुदकुशी की कॉल आरोपियों के नाम सुमिरन,वीर सिंह, नरसी का नाम उजागर डायरी से हुए उजागर* *हत्त्या या ख़ुदकुशी करने पर किया गया मजबूर किया है इस मौत का राज़ पुलिस जाँच में होगा खुलासा।* ब्यूरो:SKR News नई दिल्लीःमामला थाना थाना शाहबाद डेयरी थाने के मकान नंबर 125 बी-ब्लॉक जे जे कालोनी सेक्टर 25 रोहिणी का सामने आया है जिसमे मूर्तक साही राम की मिली उसके द्वारा लिखी डायरी ने अपनी मौत का षड्यंत्र रचने वालों के नाम मरने से पहले लिखे हैं और लिखा है अगर मेरी हत्या होजाती है उसके जिम्मेदार ये सुमिरन ,वीर सिंह,नरसी तीनो लोग होंगे और कोई इनके अलावा नही है। बता दें मामला 1 अक्टूबर 2020 का है मूर्तक साही राम उमर (45 )वर्ष इसकोन मंदिर सैक्टर 25 रोहिणी में पत्थर का ठेकेदार था जो बोसका तहसील थाना सदर हिण्डोन जिला करोली राजिस्थान का रहने वाला था जिसके 2 बेटे है जो अभी जो अभी पढ़ाई कर रहे हैं जिनके पालन पोषण के लिए दिल्ली में अपने साथी पार्टनर सुमिरन,वीर सिंह,नरसी के साथ ठेका लेकर पत्थर डिजाइन का कार्य कर रहा था हिसाब के लेनदेन की हेराफेरी को लेकर कहा सुनी भी हुई थी मूर्तक के साथी पार्टनर भी राजिस्थान के रहने वाले है जिन्होंने 31 दिसंबर 2019 को चुकंदर के जूस में जहर देकर मारने की कोशिश की थी जिसकी शिकायत थाना सदर हिण्डोन सिटी राजिस्तान में 6 जनवरी 2020 को दर्ज कराई थी । जब से रंजिश ओर बढ़ गई जिसके बाद रासते से हटाने की साजिश रची जा रही थी और उसी मकान के ऊपरी माले पर रह रहे आरोपी ने अपनी साजिश को अपने ही घर मे फांसी पर लटका कर आत्महत्या बनाने की साजिश को अंजाम देकर पुलिस कॉल करदी ओर मूर्तक के घर वालों को राजिस्थान फोन कर दिया जब परिवार दिल्ली पोहचा तो जहां सही राम रहता था वहां ताला लगा हुआ था पुलिस द्वारा पता चला उसका शव बाबा अम्बेडकर अस्पताल के शव गिरह में रखवा दिया है। घर बालों को फांसी पर झूलने की जानकारी दी गई कुछ भी किसी घरवाले की मोजूदगी में नही हुआ परिवार का आरोप आत्मदाह नही हत्त्या कर आत्मदाह बनाने की साज़िश है परिवार ने बताया पुलिस को कोई सुसाईट नोट नही मिला जबकि मूर्तक की लिखी डायरी में कातिलों के नाम और मारने की साज़िश बयान कर रही है पर पुलिस कैसे इस मामले सुसाइट मानकर चल रही है अभी तक FIR भी दर्ज नही हुई ये पुलिस के लिए बड़ा सवाल है। पीड़ित परिवार मूर्तक के भतीजे गोपाल सिंह ने बताया शाहबाद डेयरी पुलिस ने हमे पोस्मार्टम करा कर शव तो सोप दिया पर हमारे बयान तक नही लिए हमने हत्या की आशंका जताते हुए बताना चाहा पर SI परवीन ने हमारी लिखी शिकायत लेकर रखली पर डायरी नही की ओर हमे पोस्मार्टम की रिपोर्ट में कुछ आने पर कार्यवाही का नाम देकर भेज दिया अपने बयान दर्ज करने की कहने पर पुलिस कर्मियों ने उल्टा हमे ही डरा धमकाया हारकर हमने उस दिन वाले बयानों की लिखत शिकायत डीसीपी को दी है। हम अपने चाचा के हत्यारों के ख़िलाफ़ जांच चाहते है और उनको उनके अपराध की सजा दिलाना अब देखना होगा पुलिस इतने संगीन आरोपों ओर मूर्तक के लिखी डायरी के बयानों पर किस तरह की कार्यवाही करती है मूर्तक की डायरी ने खोले कातिलों के नाम होसकता है बड़ा खुलासा। रिपॉर्ट: Rashid chaudhary SKR News